Sargi Recipe
Sargi Recipe मैं आपको एक स्वादिष्ट और पारंपरिक सरगी की रेसिपी हिंदी में बता रही हूँ। सरगी व्रत करने वाली महिलाओं के लिए खासतौर पर तैयार की जाती है। इसमें फल, मिठाई, सूखे मेवे, और पौष्टिक खाना शामिल होता है, जो पूरे दिन ऊर्जा बनाए रखने में मदद करता है।
सरगी थाली रेसिपी
सामग्री:
- फेनिया – 1 कटोरी
- दूध – 1 गिलास
- सूखे मेवे (काजू, बादाम, अखरोट, किशमिश) – 1 कटोरी
- नारियल – 1 छोटा टुकड़ा (कटा हुआ)
- मिठाई (रसगुल्ला, बर्फी, लड्डू) – 2-3 पीस
- फल (सेब, केला, अनार) – 1-1 पीस
- परांठा या पूड़ी – 2-3
- सब्जी (आलू की सब्जी या मिक्स वेज) – 1 कटोरी
- दही – 1 कटोरी
- पानी या नारियल पानी – 1 गिलास
बनाने की विधि:
Sargi Recipe
1. फेनिया तैयार करना
- एक पैन में दूध को उबालें।
- इसमें चीनी डालें और घुलने तक पकाएं।
- अब इसमें फेनिया डालें और हल्की आंच पर 2-3 मिनट पकाएं।
- ऊपर से सूखे मेवे डालकर सजाएं।
2. परांठा या पूड़ी बनाना
- गेहूं के आटे में नमक डालकर आटा गूंथ लें।
- लोई लेकर बेलें और घी में सेकें।
- चाहें तो इसे पूरी की तरह तल सकते हैं।
3. सब्जी बनाना
- उबले हुए आलू को छीलकर टुकड़ों में काट लें।
- पैन में तेल गरम करें, जीरा, हींग और मसाले डालें।
- आलू डालकर अच्छी तरह भून लें।
4. फल और मिठाई परोसना
- सेब, केला और अनार को धोकर काट लें।
- मिठाई को थाली में सजा लें।
- सभी आइटम्स को सुंदर तरीके से थाली में सजाएं।
5. सूखे मेवे और नारियल
- सूखे मेवे और नारियल के टुकड़ों को थाली में रखें।
परोसने का तरीका:
Sargi Recipe
- सबसे पहले फेनिया, फिर परांठा/पूड़ी, सब्जी, दही, फल, मिठाई, और सूखे मेवे रखें।
- एक गिलास दूध या नारियल पानी भी परोसें।
यह पौष्टिक और स्वादिष्ट सरगी आपको पूरे दिन ऊर्जावान बनाए रखेगी।
सरगी खाने के फायदे:
- ऊर्जा का स्रोत: सरगी में फेनिया, दूध, सूखे मेवे और परांठा जैसे पौष्टिक आहार होते हैं, जो दिनभर व्रत रखने के लिए ऊर्जा प्रदान करते हैं।
- पाचन में सहायक: दही और फल पाचन तंत्र को सही रखते हैं और एसिडिटी से राहत दिलाते हैं।
- पानी की कमी से बचाव: नारियल पानी और दूध शरीर में पानी की कमी नहीं होने देते, जिससे डिहाइड्रेशन नहीं होता।
- पोषण से भरपूर: सूखे मेवे और फल विटामिन, प्रोटीन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत हैं, जो शरीर को मजबूत बनाते हैं।
- शरीर में ठंडक: फेनिया और दूध शरीर में ठंडक बनाए रखते हैं और व्रत के दौरान थकावट महसूस नहीं होती।
सरगी न केवल परंपरा का हिस्सा है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।